कौंच बीज (Mucuna Pruriens) आयुर्वेद में एक महत्वपूर्ण औषधि है, जो शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करती है। इसमें प्राकृतिक रूप से L-Dopa पाया जाता है, जो मस्तिष्क में डोपामिन उत्पादन को बढ़ाकर मूड सुधारता है और ऊर्जा को बढ़ावा देता है। कौंच के फायदे पुरुषों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण हैं—यह यौन शक्ति बढ़ाने, टेस्टोस्टेरोन स्तर को सुधारने और मांसपेशियों को मजबूत करने में सहायक है। इसके नियमित सेवन से शुक्राणु की गुणवत्ता में सुधार होता है, यौन स्वास्थ्य बेहतर होता है और मानसिक तनाव कम होता है।
हालांकि, अधिक मात्रा में सेवन से कुछ साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं जैसे—मतली, सिरदर्द, अनिद्रा और पेट में गड़बड़ी। हाई ब्लड प्रेशर, हृदय रोग या न्यूरोलॉजिकल समस्या वाले लोगों को इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। गर्भवती महिलाएं और बच्चे भी इससे बचें। सही मात्रा में और विशेषज्ञ की सलाह के अनुसार उपयोग करने से कौंच बीज आपके स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी हो सकता है।
कौंच बीज क्या है?
कौंच बीज, जिसे 'मकुना प्रुरिएंस' (Mucuna Pruriens) कहा जाता है, एक प्राकृतिक जड़ी-बूटी है जो उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पाई जाती है। इसे आयुर्वेद में विशेष रूप से पुरुषों की कामशक्ति बढ़ाने और मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए उपयोग किया जाता है।
यह एक लता (बेल) के रूप में उगने वाला पौधा है, जिसके बीजों का रंग भूरा या काला होता है। कौंच बीज में प्रोटीन, फाइबर, आवश्यक अमीनो एसिड और एंटीऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। प्राचीन काल से ही इसे वाजीकरण (यौन शक्ति बढ़ाने वाली औषधि) और बलवर्धक के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।
कौंच बीज का वैज्ञानिक विवरण
- विज्ञानिक नाम: Mucuna Pruriens
- परिवार: Fabaceae
- उपयोग किए जाने वाले भाग: बीज, पत्तियां, जड़
- स्वाद: कटु (कड़वा), मधुर (मीठा)
- गुण: वाजीकरण (कामशक्ति बढ़ाने वाला), बलवर्धक, तंत्रिका तंत्र को सशक्त बनाना
कौंच बीज के फायदे
1. पुरुषों की प्रजनन क्षमता बढ़ाए
कौंच बीज पुरुषों में शुक्राणुओं की संख्या और गुणवत्ता बढ़ाने में सहायक है। इसमें L-Dopa नामक एक शक्तिशाली यौगिक पाया जाता है, जो पुरुषों के यौन स्वास्थ्य में सुधार करता है। L-Dopa हार्मोन की मदद से, यह शुक्राणुओं की गतिशीलता और गुणात्मकता को सुधारता है, जिससे प्रजनन क्षमता में वृद्धि होती है। इसके नियमित सेवन से पुरुषों के यौन प्रदर्शन में भी सुधार देखा गया है, जिसे कई आयुर्वेदिक विशेषज्ञ भी मानते हैं।
2. हॉर्मोन बैलेंस करे
कौंच बीज टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है, जो पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए महत्वपूर्ण है। टेस्टोस्टेरोन शरीर में ऊर्जा, स्टैमिना और शारीरिक ताकत को बढ़ाने में मदद करता है। इसके सेवन से शरीर का हॉर्मोनल संतुलन सही बना रहता है, जिससे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है। यह प्रजनन स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होता है और हॉर्मोनल असंतुलन को सुधारने में मदद करता है, जो आयुर्वेदिक उपचारों में पाया जाता है।
3. तनाव और अवसाद कम करे
कौंच बीज में मौजूद L-Dopa मस्तिष्क में डोपामिन के स्तर को बढ़ाता है, जिससे मानसिक शांति और खुशी में सुधार होता है। यह तनाव, चिंता और अवसाद को कम करने में सहायक होता है। जब डोपामिन का स्तर बढ़ता है, तो व्यक्ति को मानसिक राहत मिलती है और मानसिक थकान में कमी आती है। यह वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी साबित हुआ है कि डोपामिन के बढ़ने से सकारात्मक मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ता है, जो इसके प्रभावशीलता को प्रमाणित करता है।
4. मांसपेशियों को मजबूत बनाए
कौंच बीज को आयुर्वेद में प्राकृतिक एनाबोलिक के रूप में माना जाता है, जो मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद करता है। इसके नियमित सेवन से मांसपेशियों की ताकत और सहनशक्ति में वृद्धि होती है। यह शरीर में आवश्यक प्रोटीन का निर्माण बढ़ाता है और थकान को कम करता है। यह विशेष रूप से शारीरिक व्यायाम और खेल गतिविधियों में लगे व्यक्तियों के लिए लाभकारी है। आयुर्वेदिक विशेषज्ञों के अनुसार, इसका सेवन मांसपेशियों को प्राकृतिक रूप से मजबूत करता है, जिससे शरीर की सहनशक्ति बढ़ती है।
5. पाचन तंत्र में सुधार
कौंच बीज पाचन तंत्र को सुधारने में मदद करता है। यह पेट में गैस, अपच, कब्ज जैसी समस्याओं को दूर करने में सहायक होता है। इसके सेवन से भूख में वृद्धि होती है और पाचन क्षमता बेहतर होती है। यह पेट की कार्यप्रणाली को संतुलित करता है, जिससे शरीर में पोषक तत्वों का अवशोषण ठीक से होता है। इसके नियमित सेवन से पेट संबंधी समस्याओं में राहत मिलती है और पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है, जैसा कि आयुर्वेदिक उपचारों में देखा गया है।
6. नींद की गुणवत्ता बढ़ाए
कौंच बीज नर्वस सिस्टम को शांत करता है, जिससे नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है। यह अनिद्रा की समस्या को कम करने में सहायक है और गहरी, आरामदायक नींद को बढ़ावा देता है। यह व्यक्ति को मानसिक शांति प्रदान करता है, जिससे नींद के दौरान कोई विघ्न नहीं आता। आयुर्वेद में इस बीज को मानसिक शांति और मानसिक तनाव को दूर करने के लिए एक प्रभावी उपाय माना जाता है। इसके सेवन से व्यक्ति को गहरी और प्रासंगिक नींद मिलती है।
7. डायबिटीज में सहायक
कौंच बीज ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में सहायक होता है। इसमें प्राकृतिक तत्व होते हैं, जो शरीर में इंसुलिन के स्तर को संतुलित करते हैं। इसके सेवन से डायबिटीज के रोगियों को रक्त शर्करा को सामान्य रखने में मदद मिलती है। आयुर्वेदिक विशेषज्ञ इसे एक प्रभावी उपाय मानते हैं, जो पैंक्रियास को स्वस्थ बनाए रखता है और ब्लड शुगर को प्राकृतिक तरीके से नियंत्रित करता है।
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कौंच बीज के नुकसान
हालांकि कौंच बीज के कई लाभ हैं, लेकिन इसके अधिक सेवन से कुछ नुकसान भी हो सकते हैं।
1. पाचन तंत्र पर प्रभाव (Digestive Issues)
कौंच बीज का अत्यधिक सेवन पाचन तंत्र पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। इसके अधिक सेवन से पेट में गैस, अपच (Indigestion) और दस्त जैसी समस्याएँ हो सकती हैं। अगर आप इसका अधिक सेवन करते हैं, तो यह आपके पेट की सेहत को प्रभावित कर सकता है।
2. एलर्जी की प्रतिक्रिया (Allergic Reactions)
कुछ लोगों को कौंच बीज से एलर्जी हो सकती है। इसके सेवन से खुजली, त्वचा पर रैशेस (Rashes) और सूजन जैसी समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं। एलर्जी के लक्षणों का सामना करने पर, इसका सेवन तुरंत रोक देना चाहिए।
3. गर्भवती महिलाओं के लिए हानिकारक (Harmful for Pregnant Women)
गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान कौंच बीज का सेवन करना सुरक्षित नहीं माना जाता। इसमें कुछ रासायनिक तत्व होते हैं जो गर्भस्थ शिशु के लिए हानिकारक हो सकते हैं। इसलिए गर्भवती महिलाओं को इससे बचना चाहिए।
4. उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure)
यदि आपको उच्च रक्तचाप (Hypertension) की समस्या है, तो कौंच बीज का सेवन आपके लिए खतरनाक हो सकता है। इससे रक्तचाप में वृद्धि हो सकती है, जो हृदय संबंधी समस्याओं को जन्म दे सकता है।
5. न्यूरोलॉजिकल प्रभाव (Neurological Effects)
कौंच बीज का अत्यधिक सेवन तंत्रिका तंत्र (Nervous System) पर भी असर डाल सकता है। इससे सिरदर्द, चक्कर आना, और मूड स्विंग्स जैसी समस्याएँ हो सकती हैं। इसकी वजह से मानसिक स्थिति पर भी असर पड़ सकता है।
6. किडनी पर दबाव (Pressure on Kidneys)
कौंच बीज में कुछ रासायनिक तत्व होते हैं जो किडनी पर अतिरिक्त दबाव डाल सकते हैं। किडनी संबंधित समस्याओं वाले व्यक्तियों को इससे बचना चाहिए। इसकी अधिकता से किडनी की कार्यक्षमता प्रभावित हो सकती है।
7. दवाओं के साथ इंटरैक्शन (Interaction with Medications)
कौंच बीज कुछ दवाओं के प्रभाव को बढ़ा सकता है या उनकी प्रभावशीलता को घटा सकता है। यदि आप कोई नियमित दवाई ले रहे हैं, तो इसका सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेना ज़रूरी है।
8. जठरांत्र संबंधी समस्या (Gastrointestinal Problems)
कौंच बीज का अत्यधिक सेवन आपके जठरांत्र (Gastrointestinal) प्रणाली को प्रभावित कर सकता है। इसमें अपच, मिचली, पेट दर्द और कब्ज जैसी समस्याएँ हो सकती हैं। इसलिए इसे सीमित मात्रा में ही सेवन करना चाहिए।
9. हार्मोनल असंतुलन (Hormonal Imbalance)
कौंच बीज में डोपामाइन (dopamine) जैसे रसायन होते हैं, जो हार्मोनल संतुलन को प्रभावित कर सकते हैं। यदि आप किसी हार्मोनल समस्या से ग्रस्त हैं, तो इसका सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
10. वजन बढ़ने का खतरा (Risk of Weight Gain)
कौंच बीज के अधिक सेवन से शरीर में कैलोरी की अधिकता हो सकती है, जो वजन बढ़ाने का कारण बन सकती है। यदि आप वजन कम करने की कोशिश कर रहे हैं, तो इसके सेवन को नियंत्रित करना महत्वपूर्ण है।
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कौंच बीज का सेवन कैसे करें?
1. सही मात्रा (Right Dosage)
कौंच बीज का सेवन हमेशा सही मात्रा में करना चाहिए। इसके अधिक सेवन से स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, इसलिए इसकी सेवन की मात्रा का ध्यान रखना बहुत जरूरी है।
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पाउडर (Powder):
कौंच बीज पाउडर का सेवन 3-5 ग्राम प्रतिदिन किया जा सकता है, लेकिन यह मात्रा आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह पर ही लेनी चाहिए। पाउडर का सेवन खाने से पहले पानी या किसी अन्य तरल के साथ किया जा सकता है। -
कैप्सूल (Capsules):
यदि आप कौंच बीज के कैप्सूल का सेवन कर रहे हैं, तो दिन में 1-2 कैप्सूल का सेवन उचित है। यह भी आयुर्वेदिक विशेषज्ञ की सलाह के अनुसार लिया जाना चाहिए।
2. सेवन का सही समय (Right Time to Consume)
कौंच बीज का सेवन समय पर और सही तरीके से किया जाना चाहिए, ताकि इसके प्रभावी परिणाम मिल सकें। यहाँ इसके सेवन के आदर्श समय के बारे में जानकारी दी जा रही है:
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सुबह खाली पेट (Morning on Empty Stomach):
कौंच बीज का सेवन सुबह खाली पेट करना सबसे लाभकारी होता है। इससे शरीर में इसकी अच्छी तरह से अवशोषण (Absorption) होती है और यह शरीर को पूरी ऊर्जा प्रदान करता है। -
रात को सोने से पहले (Before Bedtime):
आप कौंच बीज का सेवन रात को सोने से पहले भी कर सकते हैं, खासकर यदि आप इसका सेवन नींद में सुधार के लिए करना चाहते हैं। रात को गर्म दूध के साथ इसका सेवन करने से इसकी औषधीय प्रभावशीलता बढ़ सकती है और यह आपको अच्छी नींद में मदद कर सकता है।
कौंच बीज चुनते समय सावधानियां
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हमेशा शुद्ध और प्रमाणित आयुर्वेदिक उत्पाद ही खरीदें।
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आयुर्वेदिक डॉक्टर से सलाह लेकर ही सेवन करें।
कौंच के फायदे पुरुषों के लिए: ताकत, स्टैमिना और पुरुषत्व बढ़ाने में कैसे है फायदेमंद?
आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में पुरुषों के लिए अपनी शारीरिक और मानसिक सेहत का ख्याल रखना बेहद जरूरी हो गया है। आयुर्वेद में कई ऐसी जड़ी-बूटियां बताई गई हैं, जो पुरुषों की सेहत को सुधारने में मदद करती हैं। इन्हीं में से एक है कौंच बीज।
कौंच बीज (Mucuna Pruriens) एक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है, जिसे सदियों से पुरुषों की यौन शक्ति बढ़ाने, स्टैमिना सुधारने और मानसिक सेहत को मजबूत बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता रहा है। इसमें प्राकृतिक रूप से मौजूद तत्व शरीर में कई सकारात्मक बदलाव लाते हैं। आइए जानते हैं कौंच के फायदे पुरुषों के लिए और इसे अपने जीवन में कैसे शामिल करें।
1. यौन शक्ति और स्टैमिना बढ़ाए
कौंच बीज पुरुषों की यौन क्षमता को बढ़ाने में बेहद असरदार है। इसमें मौजूद सक्रिय तत्व पुरुषों की प्रजनन क्षमता को बेहतर बनाते हैं। यह प्राकृतिक रूप से कामेच्छा को बढ़ाने में मदद करता है और शरीर में रक्त संचार को बेहतर बनाकर यौन क्रिया में सुधार लाता है।
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शीघ्रपतन और स्वप्नदोष में लाभ: कौंच बीज के सेवन से ये समस्याएं धीरे-धीरे कम होती हैं।
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स्टैमिना बढ़ाए: नियमित सेवन से यौन क्रियाओं के दौरान थकान महसूस नहीं होती और प्रदर्शन बेहतर होता है।
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यौन इच्छा में वृद्धि: कौंच बीज से यौन इच्छाशक्ति में वृद्धि होती है, जिससे दांपत्य जीवन संतुलित रहता है।
2. टेस्टोस्टेरोन स्तर को बढ़ाए
कौंच बीज का सबसे महत्वपूर्ण लाभ पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन बढ़ाना है। यह हार्मोन पुरुषत्व को बनाए रखने में मुख्य भूमिका निभाता है।
टेस्टोस्टेरोन की कमी से पुरुषों में कमजोरी, थकान, और यौन इच्छा में कमी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। कौंच बीज में मौजूद सक्रिय तत्व हॉर्मोनल बैलेंस को सुधारते हैं और शरीर में टेस्टोस्टेरोन के स्तर को प्राकृतिक रूप से बढ़ाते हैं।
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मांसपेशियों की ताकत: टेस्टोस्टेरोन बढ़ने से मांसपेशियों में मजबूती आती है और मसल्स ग्रोथ तेज होती है।
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ऊर्जा में वृद्धि: इससे पूरे शरीर में ऊर्जा का स्तर बढ़ता है और दिनभर एक्टिव महसूस होता है।
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यौन स्वास्थ्य में सुधार: यह हार्मोन पुरुषों की यौन क्षमता और प्रदर्शन को बेहतर बनाता है।
3. स्पर्म क्वालिटी और फर्टिलिटी में सुधार
कौंच बीज के नियमित सेवन से शुक्राणुओं की संख्या और उनकी गुणवत्ता में सुधार होता है। यह प्राकृतिक रूप से पुरुषों की प्रजनन क्षमता बढ़ाने में मदद करता है।
शुक्राणुओं की गुणवत्ता में कमी से संतान प्राप्ति में समस्या आ सकती है। कौंच बीज में मौजूद पोषक तत्व शुक्राणु उत्पादन को बढ़ाते हैं, जिससे फर्टिलिटी बेहतर होती है।
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शुक्राणु गतिशीलता: कौंच बीज शुक्राणुओं की गति को बढ़ाकर पुरुषों की फर्टिलिटी बढ़ाता है।
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प्रजनन क्षमता में सुधार: इससे संतान प्राप्ति की संभावना बढ़ती है।
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स्पर्म काउंट में वृद्धि: नियमित सेवन से शुक्राणुओं की संख्या और जीवन शक्ति बढ़ती है।
4. मानसिक तनाव और अवसाद से राहत
कौंच बीज मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है। इसमें मौजूद L-Dopa तनाव और अवसाद को कम करने में मदद करता है।
डोपामाइन की कमी से मानसिक थकान, चिंता, और अवसाद जैसी समस्याएं हो सकती हैं। कौंच बीज मस्तिष्क में डोपामाइन के स्तर को संतुलित करता है, जिससे मूड अच्छा रहता है और मानसिक स्पष्टता बनी रहती है।
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मूड बूस्टर: डोपामाइन स्तर बढ़ने से मूड अच्छा रहता है।
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तनाव से राहत: मानसिक थकान और चिंता में कमी आती है।
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नींद की गुणवत्ता में सुधार: यह मानसिक शांति लाकर बेहतर नींद में सहायता करता है।
5. मांसपेशियों की ग्रोथ में मददगार
अगर आप जिम जाते हैं या मसल्स बनाना चाहते हैं, तो कौंच बीज आपकी मदद कर सकता है। इसमें मौजूद तत्व शरीर में प्रोटीन सिंथेसिस को बेहतर करते हैं, जिससे मांसपेशियों की ग्रोथ तेज होती है।
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प्रोटीन सिंथेसिस: कौंच बीज शरीर में प्रोटीन के अवशोषण को बेहतर करता है।
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वर्कआउट रिकवरी: इससे मांसपेशियों की रिकवरी तेजी से होती है।
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मसल्स मास में वृद्धि: टेस्टोस्टेरोन के स्तर में बढ़ोतरी से मांसपेशियों की ताकत और आकार में सुधार होता है।
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निष्कर्ष
कौंच बीज (Mucuna Pruriens) एक प्रभावशाली आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है, जो विशेष रूप से पुरुषों के यौन स्वास्थ्य, मांसपेशियों की मजबूती और मानसिक संतुलन को बढ़ाने में सहायक है। इसके नियमित और सही सेवन से टेस्टोस्टेरोन बढ़ता है, स्पर्म क्वालिटी में सुधार होता है, और तनाव व अवसाद से राहत मिलती है।
हालांकि, इसके अधिक सेवन से पाचन समस्याएं, एलर्जी, उच्च रक्तचाप और किडनी पर दबाव जैसी परेशानियां हो सकती हैं। इसलिए, कौंच बीज का सेवन आयुर्वेदिक विशेषज्ञ की सलाह के अनुसार ही करें।
संतुलित मात्रा और सही तरीके से सेवन करने पर कौंच बीज पुरुषों के लिए संपूर्ण स्वास्थ्य में सुधार का एक प्राकृतिक और सुरक्षित उपाय है।
FAQ- कौंच बीजसे जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
1. कौंच बीज के फायदे क्या हैं?
कौंच बीज (Mucuna Pruriens) एक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है, जो पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए लाभकारी है। यह यौन स्वास्थ्य सुधारने, मानसिक तनाव कम करने और शारीरिक ताकत बढ़ाने में मदद करता है। पुरुषों में यह शुक्राणु की गुणवत्ता बढ़ाकर बांझपन की समस्या में लाभकारी होता है। महिलाओं में हार्मोन संतुलन बनाने और मासिक धर्म की अनियमितता दूर करने में सहायक है। इसके अलावा, यह इम्यूनिटी मजबूत करता है, पाचन सुधारता है और जोड़ों के दर्द में राहत देता है।
2. कौंच बीज के नुकसान क्या हैं?
कौंच बीज के अधिक सेवन से कुछ साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। यह पेट दर्द, उल्टी, मतली और सिरदर्द जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है। गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इसके सेवन से बचना चाहिए। इसके अलावा, हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज के मरीजों को डॉक्टर की सलाह के बिना इसका सेवन नहीं करना चाहिए। अधिक मात्रा में लेने से हार्मोनल असंतुलन और नींद की समस्या भी हो सकती है।
3. कौंच बीज के पुरुषों के लिए क्या फायदे हैं?
पुरुषों के लिए कौंच बीज यौन शक्ति बढ़ाने और प्रजनन क्षमता सुधारने में कारगर है। इसमें मौजूद L-Dopa टेस्टोस्टेरोन बढ़ाकर शुक्राणु की संख्या और गुणवत्ता में सुधार करता है। यह शीघ्रपतन, स्वप्नदोष और यौन कमजोरी में लाभ देता है। नियमित सेवन से मांसपेशियों की ताकत बढ़ती है और मानसिक तनाव भी कम होता है, जिससे संपूर्ण स्वास्थ्य में सुधार होता है।
4. कौंच के बीज कितने दिन तक खाने चाहिए?
आयुर्वेद के अनुसार कौंच बीज का सेवन 30 से 90 दिनों तक किया जा सकता है। इसका रोजाना 3-5 ग्राम पाउडर दूध के साथ लेने की सलाह दी जाती है। हालांकि, सेवन शुरू करने से पहले डॉक्टर से परामर्श लेना आवश्यक है। अधिक समय तक बिना सलाह के सेवन करने से साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं।
5. कौंच के बीज कैसे खाए जाते हैं?
कौंच बीज को पाउडर, कैप्सूल या कच्चे बीज के रूप में सेवन किया जाता है। सबसे बेहतर तरीका है कि 1-2 चम्मच कौंच बीज पाउडर को गर्म दूध के साथ रोजाना सुबह या रात को लें। इसे खाली पेट लेने से अधिक लाभ मिलता है। बेहतर परिणाम के लिए इसे नियमित रूप से 2-3 महीने तक लें।
6. कौंच के बीज के क्या फायदे हैं महिलाओं के लिए?
महिलाओं के लिए कौंच बीज हार्मोन संतुलन बनाने और पीरियड्स की समस्याएं दूर करने में फायदेमंद है। यह यौन इच्छा बढ़ाने और थकान कम करने में सहायक होता है। इसके अलावा, यह प्रजनन स्वास्थ्य सुधारता है और मूड स्विंग्स को नियंत्रित करता है। स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इसका सेवन डॉक्टर की सलाह से ही करना चाहिए।